बच्चों की थी एक टोली
रोज पढ़ाकर हम सेट थे,
होमवर्क नाम की एक गोली,
मुझे बड़ा अच्छा लगता था,
सुनकर उनकी मीठी बोली,
सत्यम नाम की बड़ी लड़की थी
शर्मीली-सुन्दर और भोली।
शिवम् था जिद्दी, हटिला
किन्तु वह बालक अच्छा था
प्रतिभा जिसे विरासत में मिला
सिंह परिवार का यह प्रथम बालक
साबित किया संजय और रूबी के लिए गृहयुद्ध
सुंदरम था नटखट और चंचल
यदि वह दूर जाय तो
दादी का, नहीं कटता पल
इसे देख खुसी मिलती थी
जैसे पीकर गर्मी में जल।
1 Comments
Wow
ReplyDelete