हमारे देश की गाथा
विरासत की निशानी है
नहीं ये चंद पन्नों की
ये लंबी सी कहानी है-2
हमारे घर के सिरहाने
कोइ भूखा नहीं सोया
हमारी संस्कृतियों ने
सदा ही पुष्प ये बोया
भले ही हम रह जाएं प्यासे-2
साधू की प्यास मानी है
नहीं ये चंद पन्नों की
ये लंबी सी कहानी है-2
हमारे देश की गाथा
विरासत की निशानी है-2
घिरे अज्ञान के तम से
विश्व में ज्ञान लाया है
वेद का वृक्ष भारत की
धरा ने ही उगाया है...
यहाँ चारों दिशाओं में-2
गूंजती वेद वाणी है
नहीं ये चंद पन्नों की
ये लंबी सी कहानी है-2
हमारे देश की गाथा
विरासत की निशानी है-2
यहाँ वचनों की रक्षा में
कोई सब त्याग जाता है
प्रेम का मान इतना कि
विदुर का घर सुहाता है
यही पर बुद्ध के तप ने-2
बुद्धि में ज्योति सानी है
नहीं ये चंद पन्नों की
ये लंबी सी कहानी है-2
हमारे देश की गाथा
विरासत की निशानी है-2
बड़े योगी तपी ध्यानी
इसी मिट्टी में उतरे है
इसी मिट्टी में दर्शन के
अनेकों पृष्ठ उभरे है
यहाँ हर विधा बस्ती है-2
ये सबकी राजधानी है
नहीं ये चंद पन्नों की
ये लंबी सी कहानी है-2
हमारे देश की गाथा
विरासत की निशानी है-2
यहाँ का बाल योद्धा भी
सिंह के दाँत गिनता है
यहाँ की शौर्य गाथा से
शौर्य को मान मिलता है
शिवाजी भी यहीं के थे-2
यहीं राणा की धानी है
नहीं ये चंद पन्नों की
ये लंबी सी कहानी है-2
हमारे देश की गाथा
विरासत की निशानी है-2
जय हिंद जय भारत
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