हाकिम को इक चिट्ठी लिक्खो, सब के सब
और उसमे बस इतना लिखना, लानत है
इस से बढकर उस पर लानत क्या होगी
बोल रहा है बच्चा-बच्चा, लानत है !
जिस दीवार पे उसके वादे लिक्खे थे
हमने उसके नीचे लिक्खा, लानत है !
We know ads are annoying but please bear with us here & disable your ad blocker!
Copyright © 2022 ArvindPoetry All Right Reseved
0 Comments