आप क्यों हैं ख़फ़ा कुछ पता तो चले
मेरी क्या है ख़फ़ा कुछ पता तो चले,
आपके लिए पुरे ब्रह्माण्ड से लड़ जाऊँ
अप्पकी क्या है रजा कुछ पता तो चल।
मेरी जिंदगी में दो ही लम्हे बड़ी मुश्किल से गुजरे
एक तेरे आने से पहले और
एक तेरे जाने के बाद।
ओ जिस रो मुझे अपना मन लेगी
समझो उसी रोज वो मेरी जान लेगी
में बहुत सोचता हु कुछ बोलने से पहले
क्यूँकि में जो कुछ भी कहूंगा ओ मान लेगी।
महफ़िल में बार बार किस पर नजर गई
हमने बचाया बार बार मगर
फिर उधर गई।
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