HOT!Subscribe To Get Latest VideoClick Here

Ticker

6/recent/ticker-posts

तुम तूफान समझ पाओगे? | Tum Toofan Samajh Paoge | हरिवंशराय बच्चन

तुम तूफान समझ पाओगे? | Tum Toofan Samajh Paoge | हरिवंशराय बच्चन

गीले बादल, पीले रजकण,
सूखे पत्ते, रूखे तृण घन
लेकर चलता करता 'हरहर'--इसका गान समझ पाओगे?
तुम तूफान समझ पाओगे?

गंध-भरा यह मंद पवन था,
लहराता इससे मधुवन था,
सहसा इसका टूट गया जो स्वप्न महान, समझ पाओगे?
तुम तूफान समझ पाओगे?

तोड़-मरोड़ विटप-लतिकाएं,
नोच-खसोट कुसुम-कलिकाएं,
जाता है अज्ञात दिशा को! हटो विहंगम, उड़ जाओगे!
तुम तूफान समझ पाओगे?

Post a Comment

0 Comments

close