चारों और बसंत है छाया, संग अपने बसंत पंचमी का त्यौहार लाया। माँ सरस्वती का जन्मदिवस है आया, घर- घर में हरियाली लाया। बसंत पंचमी के पावन अवसर पर, सबका मन हर्षाया। माँ सरस्वती की पूजा कर, उनसे आशीर्वाद पाया। घर को साफ - सुथरा बनाया, पुष्प - मालाओं से खूब सजाया । ऐसे हम सबने मिलकर, बसंत पंचमी का त्यौहार मनाया।
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This is very beautiful poem on Basant Panchami
ReplyDeleteThis is very beautiful poem on Basant Panchami
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